
कम उम्र में यौन संबंध बनाने से शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। यहां 7 बड़े नुकसान दिए गए हैं:

शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: कम उम्र में शारीरिक विकास पूरी तरह से नहीं हुआ होता, जिससे यौन संबंध बनाने पर कई शारीरिक समस्याएं जैसे दर्द, संक्रमण, और चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। (Early age sex)

संक्रमण का खतरा: इस उम्र में यौन स्वास्थ्य की जानकारी और सुरक्षा के बारे में जागरूकता कम होती है, जिससे एसटीआई (Sexually Transmitted Infections) और यौन संक्रमण का जोखिम अधिक रहता है।

भावनात्मक अस्थिरता: किशोरावस्था में भावनात्मक अस्थिरता अधिक होती है। इस समय यौन संबंध बनाने से भावनात्मक तनाव, असुरक्षा और आत्म-सम्मान में कमी हो सकती है।

अनचाही गर्भावस्था का खतरा: कम उम्र में संबंध बनाने से गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे सामाजिक और शारीरिक चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। (Early age sex)

मानसिक तनाव: कम उम्र में यौन संबंध बनाने से अपराधबोध, तनाव, और चिंता की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव: किशोरावस्था में यौन गतिविधियों में लिप्त होने से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है, जिससे शैक्षणिक प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है।

परिवार और समाज से टकराव: कम उम्र में यौन संबंध बनाने से परिवार और समाज की अपेक्षाओं और मानदंडों का उल्लंघन हो सकता है, जिससे सामाजिक संबंधों में तनाव और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

कम उम्र में यौन संबंध बनाने के ये नुकसान शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्तर पर गहरे प्रभाव डाल सकते हैं। इसलिए इस विषय में समझदारी और जागरूकता जरूरी है।
